पूर्णिया

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को मिली राहत, दलित नेता हत्या
कांड का पुलिस ने किया खुलासा. 

विशाल शर्मा (भा.पु.से. ) पुलिस अधीक्षक पूर्णिया द्वारा कांड भी गंभीरता को देखते हुए मृतक दलित नेता शक्ति मलिक कि हत्या करने वाले 4-5 अज्ञात अपराध कर्मियों के गिरोह को चिन्हित कर गिरफ्तारी करने हेतु श्री आनंद कुमार पाण्डेय, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर नेतृत्व मे एक टीम का गठन किया गया. 
   वैज्ञानिक अनुसंधान साक्ष्य संकलन तकनी कि अनुश्रवण एवं मानवीय सूत्रों पर काम करते हुए घटना मे संलिप्त अपराधी आफताब पिता -मो. जाहिद साकिन मधुबनी, सिपाही टोला थाना -के. हाट जिला -पूर्णिया एवं मो. तनबीर अंजुम पिता -मो. सादिर हुसैन साकिन माधोपाड़ा अरबिया कॉलेज रोड थाना -के. हाट सहायक को 01देसी पिस्टल, 01 देसी कट्टा, 01 चाकू, और 01 स्मार्ट फ़ोन के साथ उनके घर से तथा आफताब को घटना मे प्रयुक्त सभी सामान के साथ गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के क्रम मे उन्होंने अपने अपराध स्वीकार कर लिया है. उन्होंने बताया कि शक्ति मलिक से इन्होने ब्याज पर 70,000 हजार रूपये लिए थे. तथा उस रूपये कि वापसी हेतू बार -बार तगादा करने लगा और सादे स्टाम्प पर इसका हस्ताक्षर करवाकर डायरी मे 70,000 रूपये के बदले 2,10,000 रूपये कि मांग करने लगा. आफताब के कहने पर कि ये गरीब व्यक्ति है उतना रूपये देने मे असमर्थ है. तो शक्ति मलिक द्वारा तरह -तरह का शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना देने लगा. साथ ही इनके जानने वाले व्यक्ति को भी ब्याज पर रूपये दिए थे. वो भी रूपये इसी से मांगने लगा. 
     इसी तरह मो. तनबीर अंजुम 95,000 रूपये शक्ति मलिक से ब्याज पर लिया था. जिसको देने के तुरंत बाद ब्याज सहित शक्ति मलिक 1लाख 5 हजार 3 सौ रूपये मांगने लगा. नहीं देने पर इनका होटल तोड़ -फोड़ दिया. साथ ही मो. तनबीर अंजुम ने जब अरबिया कॉलेज के पास दुवारा दुकान खोला तो उसे भी शक्ति मलिक ने पुनः उसके नए दुकान को तोड़ -फोड़ दिया. उसके बाद मो. तनबीर अंजुम और आफ़ताब को अपने पास रखकर तरह -तरह के काम करवाते हुए मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए देर रात को जाने देता था. जिससे ये दोनों काफी परेशान हो गए. इसके साथ ही अर्चना देवी नाम कि एक महिला जो मुर्गी फॉर्म के पास रहती है. उसके पति चंदन कुमार गुप्ता के साथ भी तरह -तरह का अमर्यादित व्यवहार तथा समाज के सामने बेइज्जती किया जाता था. इसी प्रकार कोई महिलाओ के साथ भी शक्ति मलिक का व्यवहार अमर्यादित था. ये सब देखते हुए ये दोनों ने शक्ति मलिक को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाया तथा योजनाबद्द तरीके से घटना मे संलिप्त अपराध कर्मियों सलीम उर्फ़ पच्चपन, मो. जुनैद, मो. अफ़रोज़, एकाम खान उर्फ़ मिराज, मो. युसूफ के साथ मिलकर दिनांक 4.10.2020 को समय करीब 3 बजे शक्ति मलिक के घर के चहार दिवारी पार कर घर के पास बाथरूम मे घात लगाकर बैठकर घर का दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगा. उसी समय संध्या 6:00 बजे शक्ति मलिक घर का दरवाजा खोला उसमे से 4-5 अपराधी घर मे घुसकर शक्ति मलिक पर कई राउंड गोली चलाकर शक्ति मलिक कि हत्या कर दिया गया. पूछताछ के क्रम मे सभी ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है. अनुसंधान के क्रम मे किसी प्रकार कोई राजनीतिक षडयंत्र होने कि बात कि पुष्टि नहीं हुई.                                 मृतक दलित शक्ति मलिक के घर 
बरामद सामान. 
1-नोट गिनने वाला मशीन 
2- 6 ब्लेंक नॉन -जुडिशरी स्टाम्प पेपर 
3- ग्राहक का ब्लेंक चेक 
4- विभिन्न महिलाओ का आधार कार्ड का छायाप्रति 
5- विभिन्न ग्राहकों का नाम एवं दिए गए नगद राशि से संबधित डायरी. 

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